चंबाः प्रदेश में एक तरफ कोरोना वायरस की महामारी ने आम से खास को प्रभावित किया है. वहीं, प्रदेश में सरकार इस महामारी के बीच में अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए जद्दोजहद कर रही है. दूसरी ओर, चंबा में इन दिनों पहाड़ी इलाकों के बागवानों की चिंताएं बढ़ गईं हैं.
चंबा जिला के पहाड़ी इलाकों में इन दिनों सेब के बगीचों में वूली एफिड बीमारी लग गई है. इस बीमारी ने सेब के बगीचों में अपना कहर मचाना शुरू कर दिया है. इससे बागवानों को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है. जहां एक तरफ इस साल कम पैदावार होने के चलते बागवान पहले से ही परेशान थे, अब सेब के पेड़ों में बीमारी लगने से उनकी चिंताएं और बढ़ गईं हैं.
इस बीमारी में सेब के बगीचे में अपना डेरा डालना शुरू कर दिया है. इससे सेब के बगीचे अब धीरे-धीरे सफेद होने लगे हैं. यह बीमारी सेब के पेड़ों की जड़ों से शुरू होती है और धीरे-धीरे पूरे पेड़ को अपने आगोश में ले लेती है. उसके बाद पेड़ को सुखाने का भी काम करती है.
इसे लेकर बागवानों ने फसलों के बचाव के लिए उद्यान विभाग से मदद की गुहार लगाई है. उन्होंने मांग करते हुए कहा कि समय रहते उन्हें इस बीमारी से बचाव के उपायों की सही जानाकारी उपलब्ध करवाई जाए, ताकि वे अपने सेब के पेड़ों को बचा सकें.
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